उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने ISKCON के संस्थापक श्रील प्रभुपाद को भारत की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिकता के महानतम राजदूतों में से एक बताया है। उन्होंने एकता, शांति और सामाजिक सद्भाव के भारतीय सभ्यतागत मूल्यों के संवर्धन के लिए ‘आध्यात्मिक पुनर्जागरण’ की अपील की। उपराष्ट्रपति ने इस्कॉन के संस्थापक श्रीला प्रभुपाद की जीवनी-सिंग, डांस एंड प्रे – की प्रेरणादायी कहानी का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, भगवद्गीता मानव अस्तित्व की सभी समस्याओं का अंतर-दृष्टिपूर्ण समाधान प्रदान करती है। अध्यात्म हमारी सबसे बड़ी शक्ति है, यह हमारे राष्ट्र की अंतरात्मा है।