साल 2013 में कतर ने ही पहली बार तालिबान को दोहा में अपना कार्यालय खोलने की इजाजत दी थी। अमेरिका और तालिबान के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाकर कतर की पश्चिम एशिया में भूमिका बढ़ी है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी शुक्रवार को अफगानिस्तान के दौरे पर पहुंचे। कंधार में कतर के प्रतिनिधिमंडल ने तालिबान के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। कतर के प्रधानमंत्री के अफगानिस्तान दौरे पर के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं। ज्ञात हो कि, साल 2020 में जब अमेरिका, अफगानिस्तान से निकला था, तो दोनों देशों के बीच बातचीत में कतर ने ही मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी।
मीडिया सूत्रों की माने तो, कतर के PM और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी शुक्रवार को अफगानिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं।
Image Source : Amarujala
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