प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर, गुजरात में Digital India सप्ताह 2022 को संबोधित करते हुए कहा कि, “आज दुनिया का 40% डिजिटल लेनदेन हमारे हिंदुस्तान में होता है। इसमें भी भीम, यूपीआई आज सरल डिजिटल ट्रांजेक्शन का सशक्त माध्यम बनकर उभरा है। डिजिटल इंडिया भविष्य में भी भारत की नई अर्थव्यवस्था का ठोस आधार बने, इसके लिए भी आज अनेक प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। बीते 8 वर्षों में डिजिटल इंडिया ने देश में जो सामर्थ्य पैदा किया है, उसने कोरोना वैश्विक महामारी से मुकाबला करने में भारत की बहुत मदद की है। अगर डिजिटल इंडिया अभियान न होता तो 100 साल में आये इस सबसे बड़े संकट के समय हम देश में क्या कर पाते? नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी टेक्नोलॉजी के लिए जरूरी माइंडसेट तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है। अटल इन्क्यूबेशन सेंटर का एक बहुत बड़ा नेटवर्क देश में तैयार किया जा रहा है।”
पीएम मोदी ने कहा कि, “मुझे खुशी है कि 8 वर्ष पहले शुरू हुआ ये अभियान बदलते हुए समय के साथ खुद को विस्तार दे रहा है। हर साल डिजिटल इंडिया अभियान में नए आयाम जुड़े हैं, नई टेक्नोलॉजी का समावेश हुआ है। आज जो नए प्लेटफार्म और प्रोग्राम लॉन्च हुए हैं, वो इसी श्रृंखला को आगे बढ़ा रहे हैं। आज भारत, अगले 3-4 साल में electronics manufacturing को 300 बिलियन डॉलर से भी ऊपर ले जाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। भारत Chip Taker से Chip Maker बनना चाहता है। Semi conductors का उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत में तेजी से निवेश बढ़ रहा है। हमनें देश की करोड़ों महिलाओं, किसानों, मजदूरों के बैंक खातों में एक क्लिक से हज़ारों करोड़ रुपये पहुंचा दिए। वन नेशन-वन राशन कार्ड की मदद से हमनें 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन सुनिश्चित किया। गांव में सैंकड़ों सरकारी सेवाएं डिजिटली देने के लिए पिछले 8 वर्ष में 4 लाख से अधिक नए कॉमन सर्विस सेंटर जोड़े जा चुके हैं। आज गांव के लोग इन केंद्रों से डिजिटल इंडिया का लाभ ले रहे हैं।”
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