यूक्रेन के साथ जारी जंग में रूस के राष्ट्रपति पुतिन कई ऐसे फैसले ले रहे हैं जिनकी बड़े पैमाने पर आलोचना हो रही है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अब माना जा रहा है कि पुतिन के आदेश के बाद रूस ने अपनी सबसे शक्तिशाली परमाणु पनडुब्बी बेलगोरोड को तैनात कर दिया है। नाटो की तरफ से सदस्य देशों को आगाह किया है। यह वॉर्निंग ऐसे समय में आई जब पनडुब्बी आर्कटिक सर्किल से रवाना होने के बाद गायब हो गई। नाटो का मानना है कि यह कारा सागर में है और यहां पर पोसायडन परमाणु का टेस्ट किया जाएगा। नाटो की तरफ से जारी एक नोट पिछले दिनों इटैलियन मीडिया में लीक हुआ है और उसके के बाद यह चौंकाने वाली खबर सामने आई है।
मीडिया सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, नाटो ने सदस्य देशों को इसे लेकर चेतावनी तक जारी कर दी है। ये चेतावनी ऐसे समय पर सामने आई है, जब पता चला है कि पनडुब्बी आर्कटिक सागर से निकलने के बाद रास्ते में ही अचानक गायब हो गई। नाटो का ऐसा मानना है कि पनडुब्बी इस वक्त कारा सागर में मौजूद है और इस पर पोसीडॉन परमाणु परीक्षण किया जाएगा। मीडिया की माने तो, नाटो की ओर से जारी किया गया एक नोट इटली की मीडिया के बीच हाल में लीक हो गया था। जिसके बाद ये हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। पोसीडॉन एक ड्रोन है, जो पानी के भीतर ही कई किलोमीटर की यात्रा कर सकता है। ये ड्रोन इतनी ऊर्जा पैदा कर सकता है, जिसके बाद पानी में 16 फीट तक परमाणु सुनामी आ सकती है। ड्रोन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह पूरे शहर को जलमग्न कर सकता है और ठीक उसी समय रेडिएशन भी उत्पन्न कर सकता है।
चित्र स्त्रोत : साभार NBT