मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कीव और मॉस्को तीन वर्षों में पहली बार सीधे बातचीत करने में असफल रहे और उन्होंने युद्ध विराम पर सहमति नहीं दिखाई। इसी को ध्यान में रखते हुए यूक्रेन ने अपने पश्चिमी सहयोगियों से समर्थन जुटाया है यूक्रेनी राष्ट्रपति के प्रवक्ता के अनुसार जैसे ही बातचीत समाप्त हुई यूक्रेनी राष्ट्रपति ने ट्रंप और फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड के नेताओं के साथ टेलीफोन पर बातचीत की।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने रूस से युद्धविराम को ठुकराने की स्थिति में कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की। कीव चाहती है कि पश्चिम रूस पर अधिक कड़े प्रतिबंध लगाए, जब तक कि मॉस्को ट्रंप के प्रस्तावित तीस-दिन के युद्धविराम को स्वीकार नहीं करता। रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधि 2022 मार्च के बाद पहली बार मिले, जब रूस ने अपने पड़ोसी पर हमला किया था। इस्तांबुल में हुई बातचीत दो घंटे से भी कम समय तक चली, और इसके बारे में तुरंत कोई घोषणा नहीं हुई कि दोनों पक्ष फिर से कब मिल सकते हैं या वे फिर मिलेंगे। वहीं रूस ने इन बातचीत से संतुष्टि व्यक्त की है और दोनों देशों ने कहा है कि उन्होंने एक हजार युद्ध बंदियों का आदान-प्रदान करने पर सहमति दी है।
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