कांग्रेस से किनारा कर चुके गुलाम नबी आजाद ने सोमवार शारदीय नवरात्रि उत्सव के पहले दिन अपनी नई राजनीतिक पार्टी के नाम का ऐलान किया है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने अपनी नई पार्टी का नाम ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ रखा है। इसके साथ ही ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ के नए झंडे को भी मीडिया के सामने लहराया। आजाद की पार्टी का झंडा तीन रंग-पीला, सफेद और नीले रंग का है।
मीडिया सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार, गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी नई पार्टी के लिए लगभग 1,500 नाम उर्दू, संस्कृत में भेजे गए थे। हिन्दी और उर्दू का मिश्रण ‘हिन्दुस्तानी’ है। वे चाहते हैं कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो। ज्ञात हो कि, गुलाम नबी आजाद ने पिछले महीने कांग्रेस से अपना पांच दशक से अधिक पुराना नाता तोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि पार्टी की विचारधारा उनके नाम की तरह होगी और इसमें सभी धर्मनिरपेक्ष लोग शामिल हो सकते हैं। वह पार्टी का एजेंडा भी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं। इसमें जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना, भूमि व नौकरियों के अधिकार स्थानीय लोगों के लिए सुरक्षित करने के लिए संघर्ष जारी रखना आदि शामिल है।
मीडिया की माने तो, उन्होंने बताया कि हमारी पार्टी किसी भी पार्टी या नेता से प्रभावित नहीं होगी और आज़ाद रहेगी। मीडिया में आई खबरों के अनुसार, इस दौरान उन्होंने पार्टी के झंडे में मौजूद रंगों का अर्थ भी बताया। उन्होंने कहा कि पीला रंग रचनात्मकता और विविधता में एकता को इंगित करता है, सफेद शांति को इंगित करता है और नीला समुद्र की गहराई से आकाश की ऊंचाइयों तक स्वतंत्रता, खुली जगह, कल्पना और सीमाओं को इंगित करता है।