केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने आज नई दिल्ली में गाय के गोबर से लकडी का ईंधन बनाने वाली मशीन गौ-काश्ठ मशीन को भारतीय प्रौदयोगिकी संस्थान दिल्ली के छात्रों को सौंपी। इस मशीन का इस्तेमाल गोबर पर आधारित ईंधन की लकड़ी को लंबे लॉग जैसे आकार में बनाने के लिए किया जाता है। इस मशीन में गाय के गोबर और मवेशियों के कचरे जैसे सूखे धान को मिलाकर डाला जाता है और इसे कम्प्रैस करके लकड़ी बनाई जाती है जिसे बाद में धूप में सुखाया जाता है। इस मशीन से प्रतिदिन तीन हजार किलोग्राम गाय के गोबर को प्रसंस्कृत करके एक हजार पांच सौ किलोग्राम गाय के गोबर-आधारित लकडी का उत्पादन किया जा सकता है। इसका उपयोग पांच से सात शवों के दाह संस्कार के लिए जलाऊ लकड़ी के रूप में किया जा सकता है ।
श्री रूपाला ने कहा कि गो-गोबर लॉग मशीन, पर्यावरण की रक्षा करने, पेड़ों की कटाई को रोकने में मदद करेगी और इससे राजस्व भी प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि गोबर के उचित उपयोग के लिए इसे पूरे देश में उपलब्ध कराये जाने की जरूरत है।
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