गौरवशाली धरोहर और संस्कृति की रक्षा के लिये दिया बलिदान

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मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि हमारी गौरवशाली धरोहर और संस्कृति की रक्षा के लिये श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन समय की आतताई सोच के सामने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी हिन्द की चादर बनकर खड़े हो गये थे। राज्यपाल श्री पटेल, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400वें प्रकाश पर्व पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन पंजाबी साहित्य अकादमी और संस्कृति विभाग द्वारा किया गया।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सरकार द्वारा गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 400वें प्रकाश पर्व पर सिक्का और डाक टिकिट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि सिक्ख परम्परा के तीर्थों को जोड़ने के लिये भी सरकार कार्य कर रही है। तीर्थ-यात्रा सर्किट भी बना रहे हैं।

नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने गुरु तेग बहादुर के कृतित्व और उनके बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब, गुरु गोविंद सिंह जी का त्याग और बलिदान मानवता, संस्कृति की विरासत को बचाने के लिये था। भोपाल सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गुरु गोविंद सिंह साहिब के बलिदान का उल्लेख करते हुए कहा कि गुरु के बलिदान से मिली शिक्षा हमें अगली पीढ़ी को देना चाहिये, जिससे कि वह सभ्यता, संस्कृति की रक्षा के लिये उनके योगदान को आत्म-सात कर सके। केन्द्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के कुलपति पद्मश्री डॉ. हरमहेन्द्र सिंह वेदी ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के बलिदान और उनकी जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के संयोजक श्री पी.एस. बिन्द्रा, संस्कृति संचालक श्री आदित्य कुमार त्रिपाठी और सुश्री नीरू सिंह पंजाबी ने भी संबोधित किया।

वेबसाइट का लोकार्पण

राज्यपाल श्री पटेल और अन्य अतिथियों ने कार्यक्रम के प्रारंभ में पंजाब साहित्य अकादमी भोपाल की वेबसाइट का लोकार्पण किया। देश और दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन करने वाली प्रदेश की सिक्ख समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया।

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