उत्तराखण्ड में केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट इस माह की 27 तारीख को भाई दूज के दिन बंद कर दिए जाएंगे, जबकि गंगोत्री के कपाट इस महीने की 26 तारीख को गोवर्धन पूजा के दिन बंद होंगे। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बद्रीनाथ धाम के कपाट अगले महीने की 19 तारीख को सर्दियों के लिए बंद किए जाएंगे। मंदिर समिति ने कल विजयादशमी के अवसर पर यह घोषणा की।
मीडिया सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। सभी धामों के कपाट बंद होने की तिथि भी बीते कल यानी कि दशहरे के दिन तय हो गयी। 26 अक्टूबर को श्री गंगोत्री धाम के कपाट 12 बजकर 1 मिनट पर शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। 27 अक्टूबर प्रात: साढे़ आठ बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्टूबर को अभिजीत मुहूर्त में दोपहर को बंद हो जायेंगे। 19 नवंबर को अपराह्न 3 बजकर 35 मिनट पर श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। हेमकुंड साहिब तथा लोकपाल तीर्थ के कपाट शीतकाल हेतु 10 अक्टूबर, सोमवार को बंद हो रहे हैं।
एक तरफ चार धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित हो गयी है तो वहीं दूसरी तरफ केदारनाथ के साथ अन्य केदारों के भी कपाट बंद होने की तिथि भी घोषित हो गयी है। मीडिया की माने तो, द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट शुक्रवार 18 नवंबर को बंद होंगे। 21 नवंबर को उखीमठ में मद्महेश्वर मेला आयोजित किया जाएगा। तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट 7 नवंबर को बंद होंगे। बद्रीनाथ धाम के कपाट, इस यात्रा वर्ष शनिवार 19 नवंबर को शाम 3 बजकर 35 मिनट पर बंद होंगे। जबकि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 27 अक्टूबर प्रात: 8.30 बजे भैया दूज के अवसर पर बंद होंगे।