जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं लगातार हो रही हैं, और रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं। गुरूवार को कुलगाम में एक बैंक मैनेजर की हत्या के बाद आतंकियों ने बडगाम जिले में 2 मजदूरों को गोली मार दी जिसमें 1 मजदूर की मौत हो गई। आतंकियों ने ईंट भट्टा पर काम करने वाले दो लोगों पर गोलियां चलाईं।
अधिकारियों द्वारा बताया गया कि हमले में दिलकुश कुमार और गुरी घायल हुए थे। उन्होंने जानकारी दी है कि गुरी को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई जबकि 17 वर्षीय दिलकुश ने अस्पताल में ही अपना दम तोड़ दिया। यहाँ लगातार हो रही इन कायराना राष्ट्र विरोधी हरकतों को लेकर 77 वर्षीय समाजसेवी और राष्ट्रीय चिन्तक उषा सक्सेना ने कहा है कि, आखिर कब तक सहा जायेगा कश्मीर में आतंक और अत्याचार। टारगेट किलिंग को लेकर उन्होंने कहा है कि, हिमालय को देवताओं की आत्मा कहा जाता है। वहाँ की भूमि तपोभूमि है उसको रक्त रंजित करने वालों पर अब बडी ठोस कार्यवाही सरकार को करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि देवासुर संग्राम व्यक्ति नहीं विचारों का है। जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों के बाद फिर एक बार पलायन की स्थिति देखने को मिल रही है।