देश के वस्तु और सेवा कर संग्रह में इस वर्ष जून में 56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह एक लाख 45 हजार करोड रुपये रहा। पिछले वर्ष जून में जी.एस.टी. की उगाही 92 हजार आठ सौ करोड रुपये थी। आर्थिक वृद्धि तथा कर चोरी के खिलाफ कड़े कदमों और विशेष रूप से फर्जी बिल बनाने वालों पर कार्रवाई से जी.एस.टी. संग्रह में वृद्धि हुई है। जी.एस.टी. लागू होने के बाद पांचवी बार मासिक जी.एस.टी. संग्रह का आंकड़ा एक लाख चालीस हजार करोड के पार पहुंचा है। वित्त मंत्रालय ने बताया कि मार्च 2022 के बाद लगातार चौथे महीने जी.एस.टी. संग्रह में इतनी वृद्धि हुई है। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में औसत जी.एस.टी. संग्रह एक लाख 51 हजार करोड रहा है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह एक लाख दस हजार करोड रुपये था। इस प्रकार जी.एस.टी. संग्रह में 37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है ।
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