राष्ट्र आज महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। श्री मुंडा जनजातियों के महान नेता होने के साथ ही लोक नायक भी थे। उन्होंने 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश शासन के दौरान बंगाल प्रेसीडेंसी में एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया। श्री मुंडा आदिवासी पहचान और संस्कृति की रक्षा के लिए जीवनभर संघर्ष करते रहे। देश भर के जनजातीय समुदाय उन्हें भगवान का दर्जा देते है।
केंद्र सरकार ने हर वर्ष 15 नवम्बर को पडने वाली बिरसा मुंडा जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। गृहमंत्री अमित शाह ने स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। स्वाधीनता आंदोलन में श्री मुंडा के योगदान को याद करते हुए श्री शाह ने ट्वीट संदेश में कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने स्वतंत्रता की लडाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि श्री मुंडा जनजातीय पहचान और संस्कृति की रक्षा के लिए संघर्षरत रहे। गृहमंत्री ने कहा कि भगवान मुंडा जल, जंगल और भूमि के अधिकारों की अपनी लडाई के कारण ”धरती आबा” के नाम से भी जाने जाते हैं।
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