लद्दाख क्षेत्र में लंबे समय से भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा गतिरोध को सुलझाने में बड़ी कामयाबी मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एससीओ बैठक में मुलाकात से पहले भारत और चीन की सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी के हॉट स्प्रिंग-गोगरा इलाके के पीपी-15 से डिसइंगेजमेंट शुरु कर दिया है। मीडिया की माने तो, दोनों देशों की सेनाओं ने साझा बयान जारी कर इस बावत जानकारी साझा की।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारत के रक्षा मंत्रालय ने साझा बयान जारी करते हुए बताया कि दोनों देशों के कोर कमांडर्स के बीच 16वें दौर की मीटिंग में जो सहमति बनी थी उसके मद्देनजर 8 सितंबर (यानि गुरूवार) को भारत और चीन के सैनिकों ने गोगरा-हॉट स्प्रिंग इलाके की पैट्रोलिंग पॉइंट 15 से डिसइंगेज यानि पीछे हटना शुरु कर दिया है।
भारत और चीन की सेनाओं ने गुरुवार को एक बड़ी घोषणा की और कहा कि उनकी फ्रंटलाइन आर्मी ने पूर्वी लद्दाख के गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स में पेट्रोलिंग प्वाइंट-15 से पीछे हटना शुरू कर दिया है, जहां दोनों पक्षों के बीच 2 साल से ज्यादा समय से गतिरोध चला आ रहा था। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ‘पेट्रोलिंग प्वाइंट-15’ से सैनिकों की वापसी गुरुवार सुबह शुरू हुई और दोनों पक्षों के स्थानीय कमांडर आगे के उपायों के तौर-तरीकों पर काम कर रहे हैं। दोनों पक्षों द्वारा ‘बफर ज़ोन’ या ‘नो-पेट्रोलिंग’ क्षेत्र बनाए जाने की संभावना है।