किसानों की आय बढ़ाने में भारतीय रेलवे भी अहम योगदान दे रही है। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, किसानों की बड़े बाजारों तक पहुंच आसान हो इसके लिए अब तक करीबन 2359 रेल सेवाएं चलाई जा चुकी हैं। मीडिया की माने तो, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अनुसार, अब तक 8 लाख टन से ज्यादा कृषि उत्पादों की ढुलाई इस माध्यम से हो चुकी है। सरकार किसान रेल का उपयोग खराब होने वाली वस्तुओं को तय समय के अन्दर अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उपयोग कर रही है। परिवहन की जाने वाली मुख्य फसलों/कृषि उत्पादों में संतरा, प्याज, आलू, केला, आम, टमाटर, अनार, कस्टर्ड सेब, शिमला मिर्च, चीकू, गाजर आदि शामिल हैं।
मीडिया सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार, भारतीय किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आमदनी को दोगुना करने के लिये कई महत्वपूर्ण योजनायें चलाई जा रही है। कुछ योजनाओं के माध्यम से किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान किया जाता है तो वहीं कुछ योजनाओं के माध्यम से किसानों को खेती-किसानी से जुड़ी सुविधायें प्रदान की जाती है। किसान रेल भी किसानों के हित में चलाई जा रही अहम योजनाओं में से एक है, जिसके जरिये अब फल और सब्जियों का देश-विदेश में निर्यात और भी आसान हो गया है। किसान रेल की सेवाओं का लाभ लेने पर किसानों को और 50% तक का अनुदान (Subsidy On Kisan Rail) दिया जाता है।