भारत ने बीते आठ वर्षों में अलग-अलग आयामों पर काम किया है। इस दौरान देश में जो जनभागीदारी बढ़ी, उन्होंने देश के विकास को गति दी है, देश के गरीब से गरीब नागरिक को सशक्त किया है। आज 21वीं सदी का भारत People-Centric governance एप्रोच के साथ आगे बढ़ा है। ये जनता ही है जिसने हमें अपनी सेवा के लिए यहां भेजा है। इसलिए ये हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हम जनता तक स्वयं पहुंचे। देश की आधी आबादी, जो देश के विकास के विमर्श से, formal सिस्टम से वंचित थी। उसका inclusion हमने मिशन मोड़ में किया। Financial inclusion का इतना बड़ा काम, इतने कम समय में दुनिया में कहीं नहीं हुआ है। बीते आठ वर्षों में देश ने जो Reforms किए हैं, उनमें बड़ी प्राथमिकता इस बात को भी दी गई है कि हमारे देश के युवाओं को अपना सामर्थ्य दिखाने का पूरा मौका मिले।
पीएम मोदी ने कहा कि, हमारे युवा अपनी मनचाही कंपनी आसानी से खोल पाएं, वो अपने enterprises आसानी से बना पाएं, उन्हें आसानी से चला पाएं। Reforms- यानि सुधार के साथ ही हमने जिस बात पर फोकस किया, वो है सरलीकरण, Simplification। केंद्र और राज्य के अनेक टैक्सों के जाल की जगह अब GST ने ले ली है। इस Simplification का नतीजा भी देश देख रहा है। अब हर महीने GST कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए के पार जाना सामान्य बात हो गई है।
उन्होंने आगे कहा कि, दुनिया के एक बड़े हिस्से को भारत से समस्याओं के समाधान की अपेक्षा है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 8 सालों में हमने सामान्य भारतीय के विवेक पर भरोसा किया। हमने जनता को Growth में intelligent participants के रूप में प्रोत्साहित किया। आज यहां रुपये की गौरवशाली यात्रा को भी दिखाया गया। इस सफर से परिचित कराने वाली डिजिटल प्रदर्शनी भी शुरू हुई और आजादी के अमृत महोत्सव के लिए समर्पित नए सिक्के भी जारी हुए। ये नए सिक्के देश के लोगों को निरंतर अमृतकाल के लक्ष्य याद दिलाएंगे और उन्हें राष्ट्र के विकास में योगदान के लिए प्रेरित करेंगे। आज यहां रुपये की गौरवशाली यात्रा को भी दिखाया गया। इस सफर से परिचित कराने वाली डिजिटल प्रदर्शनी भी शुरू हुई और आजादी के अमृत महोत्सव के लिए समर्पित नए सिक्के भी जारी हुए।
News & Image Source : (Twitter) @BJP4India