भारत और सेनेगल ने सांस्कृतिक आदान-प्रदान, युवा मामलों में सहयोग और कर्मचारियों के लिए वीजा मुक्त प्रणाली के बारे में तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी साल के बीच राजधानी डकार में हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद इन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। बैठक के दौरान श्री नायडु ने सेनेगल के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिये द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रणाली के दायरे में सभी प्रकार से सहयोग देने की प्रतिबद्धता दोहराई। अफ्रीका में खुद को आदर्श लोकतंत्र के रूप में स्थापित करने पर सेनेगल की प्रशंसा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में इस दिशा में सेनेगल की सफलता की सराहना करता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के साझा मूल्य दोनों देशों के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों का आधार है। श्री नायडू ने भारत और सेनेगल के बीच व्यापार में 37 प्रतिशत की बढोतरी होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। दोनों देशों के बीच कोविड महामारी के बावजूद पिछले साल डेढ़ अरब डॉलर का व्यापार हुआ। श्री नायडू ने कृषि, तेल और गैस, स्वास्थ्य, रेलवे, खनन, रक्षा और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच व्यापार के विस्तार का आह्वान किया। सेनेगल से भारी मात्रा में भारत को फॉस्फेट के आयात की चर्चा करते हुए उप-राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय कम्पनियों और विशेष रूप से निर्माण कार्यों से जुड़े बड़े उपकरणों वाली कम्पनियां सेनेगल को अपनी विशेषज्ञता दे सकती हैं। श्री नायडू ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन तथा एक सूर्य एक विश्व एक ग्रिड की पहल में सेनेगल के साथ मिलकर काम करने का इच्छुक है। |
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