प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अग्रदूत समूह के समाचार पत्रों के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, “भारत की परंपरा, संस्कृति, आजादी की लड़ाई और विकास यात्रा में भारतीय भाषाओं की पत्रकारिता की भूमिका अग्रणी रही है। असम तो पत्रकारिता के मामले में बहुत जागरूक क्षेत्र रहा है। जब संवाद होता है, तब समाधान निकलता है। संवाद से ही संभावनाओं का विस्तार होता है। इसलिए भारतीय लोकतंत्र में ज्ञान के प्रवाह के साथ ही सूचना का प्रवाह भी अविरल बहा और निरंतर बह रहा है। कोई भी भारतीय best information, best knowledge, best skill और best opportunity से सिर्फ भाषा के कारण वंचित ना रहे, ये हमारा प्रयास है। इसलिए हमने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीय भाषाओं में पढ़ाई को प्रोत्साहन दिया।”
पीएम मोदी ने कहा कि, “असमिया भाषा में नार्थईस्ट की सशक्त आवाज दैनिक अग्रदूत से जुड़े पत्रकारों, कर्मचारियों और पाठकों को 50 वर्ष की इस स्वर्णिम यात्रा के लिए मैं बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि, डेका जी के मार्गदर्शन में दैनिक अग्रदूत ने सदैव राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा। बीते कुछ दिनों से असम बाढ़ के रूप में बड़ी चुनौती और कठिनाइयों का सामना भी कर रहा है। असम के अनेक जिलों में सामान्य जीवन बहुत अधिक प्रभावित हुआ है। हिमंता जी और उनकी टीम राहत और बचाव के लिए दिन-रात बहुत मेहनत कर रही है।”
पीएम मोदी ने कहा कि, “असम सहित पूरा नॉर्थ ईस्ट तो पर्यटन, संस्कृति और जैव-विविधता के लिहाज से समृद्ध है, असम के पास भाषा, गीत-संगीत, के रूप में जो समृद्ध विरासत है, उसे देश और दुनिया तक पहुंचाना चाहिए। पिछले 8 वर्षों से असम और पूरे नॉर्थ ईस्ट को आधुनिक कनेक्टिविटी के हिसाब से जोड़ने का अभूतपूर्व प्रयास चल रहा है। इससे असम की और नॉर्थ ईस्ट की भारत की growth में भागीदारी लगातार बढ़ रही है।”
उन्होंने कहा कि, “स्वच्छ भारत मिशन जैसे अभियान में हमारे मीडिया ने जो सकारात्मक भूमिका निभाई है, उसकी पूरे देश और दुनिया में आज भी सराहना होती है। इसी तरह, अमृत महोत्सव में देश के संकल्पों में भी आप भागीदार बन सकते हैं।”
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