भारत ने यूक्रेन संघर्ष से उत्पन्न खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि संघर्ष का व्यापक क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव के साथ एक अस्थिर प्रभाव पड़ रहा है।
यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में बोलते हुए, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं, खाद्यान्न और उर्वरकों की कमी है और इसका वैश्विक दक्षिण और विकासशील देशों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने कहा कि संघर्ष से उत्पन्न खाद्य सुरक्षा चुनौतियों के लिए हमें उन बाधाओं से परे जाकर जवाब देना होगा जो हमें वर्तमान में बांधती हैं। श्री तिरुमूर्ति ने कहा कि ऊर्जा सुरक्षा समान रूप से एक गंभीर चिंता का विषय है और इसे सहकारी प्रयासों के माध्यम से संबोधित करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, नई दिल्ली ने बुका में नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा की है और स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भारत शांति के पक्ष में बना हुआ है और मानता है कि इस संघर्ष में कोई जीतने वाला पक्ष नहीं होगा और कूटनीति एक स्थायी हताहत होगी।
संयुक्त राष्ट्र के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा, नई दिल्ली यूक्रेन को मानवीय आपूर्ति भेज रही है जिसमें दवाएं और आवश्यक राहत सामग्री शामिल हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय मानवीय आवश्यकताओं को विकसित करने के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया देना जारी रखेगा।
Courtsey : newsonair.gov.in
Image Source : Twitter @ambtstirumurti