विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा है कि भारत का विजन विकासात्मक प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करता रहेगा और देश क्षेत्रीय तथा वैश्विक जिम्मेदारियों को संभालने की दिशा में आगे बढता रहेगा । विदेश नीति के लिए नए दृष्टिकोण पर इंडिया एट 75- रायसीना संवाद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक ओर जहां ज्यादातर देश केवल अपने आप में सिमट कर रह गए हैं वहीं भारत ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के सिद्धांत पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत की विदेश नीति बनाते समय प्रवासी भारतीयों के हितों, कल्याण और सामाजिक हितों को ध्यान में रखा जा रहा है।
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