भोपाल : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कुशाभाऊ ठाकरे की जन्म शताब्दी के अवसर पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति इन तीन आधार पर हमारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनी है। 21वीं सदी का ज्ञान, समग्र ब्रह्मांड का ज्ञान अपनी संस्कृति के साथ बच्चों को हम सिखाएंगे तो ही बच्चा आगे निकल पाएगा, मुझे पूरा भरोसा है। उन्होंने यहाँ कहा कि देश में जब-जब भी शिक्षा नीति आई, तब-तब विवाद जरूर हुए हैं। किसी न किसी ने इसका विरोध किया, टिप्पणियां की, घोर आपत्ति दर्ज की। लेकिन एकमात्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति जो मोदी सरकार 2020 में लेकर आई, इसका आज तक किसी ने विरोध नहीं किया है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा है कि 21वीं सदी ज्ञान की सदी है। ज्ञान, विज्ञान और शिक्षा में समग्र ब्रह्मांड को सम्मिलित करने और जानने की शक्ति है। मानव विकास की सभी गतिविधियों का मूल स्रोत है। भारत को एक Global Study Destination बनाने के लिए 2030 तक प्रत्येक जिले में Multidisciplinary Higher Education Institutions हम लाने वाले हैं। जिसे दुनिया भर का ज्ञान यहां आए और यहां का ज्ञान दुनिया भर में जाए।
कुशाभाऊ ठाकरे को लेकर उन्होंने यहाँ कहा कि एक महान नेता वो होता है जो रास्ते को जानता है, रास्ते को दिखाता है। आज के जमाने में एक दो चीजें तो बहुत सारे नेताओं में उपलब्ध हो जाती हैं,रास्ते को जाने और दिखाने वाले भी लोग हैं, लेकिन कुशाभाऊ ठाकरे जी एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो रास्ते पर चलते भी थे और कार्यकर्ताओं को चलाते भी थे।
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