मिट्टी के बरतन में खाना पकाने की परंपरा भारत के लिए नई नहीं

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मिट्टी के बरतन में खाना पकाने की परंपरा भारत के लिए नई नहीं है, लेकिन तकनीकी प्रगति की वजह से यह परंपरा पीछे छूट गई है। गुजरात के वांकानेर के मनसुख भाई प्रजापति ने लोगों को फिर से मिट्टी से जोड़ने की अनूठी पहल की है। उन्होंने मिट्टीकूल नाम का क्ले कूलिंग कैबिनेट बनाया  है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि मिट्टी से बना बिना बिजली का, ठंडा करने वाला ये कैबिनेट नवाचार श्रेणी का उत्पाद है। मंत्रालय ने कहा कि ये वाष्पीकरण सिद्धांत पर कार्य करता है। ये खाद्य पदार्थों को प्राकृतिक शीतलता प्रदान करता है ताकि ये खराब होने से बच सकें।

मंत्रालय ने बताया कि नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन इंडिया ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित इनोवेशन स्कॉलर्स इन-रेजिडेंस प्रोग्राम में मिट्टीकूल प्रदर्शित किया। इसके अधिक बिक्री और निर्यात के लिए भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा स्थापित मानक पूरे करने होंगे।

 

courtesy newsonair

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