मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा गाज़ा पट्टी में हिंसा और मानवीय पीड़ा को खत्म नहीं कर पाने पर रूस के विदेश मंत्रालय ने खेद व्यक्त किया है। मंत्रालय ने कल एक बयान में कहा कि सुरक्षा परिषद द्वारा युद्ध रोकने और नागरिकों की पीड़ा को समाप्त करने में कोई मदद नही कर पाना बेहद निराशाजनक है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यों के एक समूह ने बृहस्पतिवार को गाजा पट्टी में युद्धविराम, बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता का आह्वान करते हुए एक बार फिर एक प्रस्ताव पारित करने का प्रयास किया। अमरीका को छोड़कर सभी परिषद सदस्यों ने मसौदा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जिसने संकट बढ़ने के बाद से सातवीं बार अपने वीटो का इस्तेमाल किया। मॉस्को ने सात अक्टूबर, 2023 के हमास हमले की निंदा करते हुए, कहा कि इस घटना का इस्तेमाल फ़लस्तीनी नागरिकों को सामूहिक दंड देने या मध्य पूर्व में व्यापक युद्ध को बढ़ावा देने के बहाने के रूप में नहीं किया जा सकता। मंत्रालय ने कहा कि रूस का मानना है कि फलस्तीनी मुद्दे के न्यायोचित समाधान तथा फलस्तीनी लोगों के वैध अधिकारों और आकांक्षाओं को पूरा किये बिना इस क्षेत्र में वास्तविक शांति और सुरक्षा असंभव है।
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