आज व्लादिवोस्तोक में आर्थिक फ़ोरम की एक बैठक के दौरान अपने भाषण में पुतिन ने कहा कि, रूस को अलग-थलग करना असंभव है। उन्होंने यूक्रेन में युद्ध के कारण पश्चिमी देशों की पाबंदियों की आलोचना की है। मीडिया सूत्रों से सामने आई जानकारी के अनुसार, उन्होंने इन पाबंदियों को ऐसा बुखार कहा है, जिससे पूरी दुनिया के सामने ख़तरा पैदा कर दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने व्लादिवोस्तोक में आर्थिक फ़ोरम की एक बैठक के दौरान अपने भाषण में इसे रूस पर पश्चिमी देशों का आर्थिक आक्रमण कहा है। पुतिन ने यूरोपीय देशों के रूस की गैस पर क़ीमतों की सीमा तय करने के प्रस्ताव की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा किया गया, तो रूस इन देशों को तेल और गैस की सप्लाई रोक देगा। मीडिया की माने तो, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पाबंदियों के कारण यूरोपीय लोगों के जीवन की गुणवत्ता का बलिदान किया जा रहा है, जबकि अधिक ग़रीब देश के सामने खाद्यान्न संकट पैदा हो गया है। पुतिन का कहना है कि अगस्त में निर्यात शुरू होने के बाद से ये कहना ग़लत है कि अनाज के केवल 2 जहाज़ ही अफ़्रीका गए हैं। रूस ने 24 फ़रवरी को यूक्रेन पर हमला किया था। फ़िलहाल उसका यूक्रेन के कई इलाक़ों पर नियंत्रण भी है। यूक्रेन पर हमले के कारण रूस पर पश्चिमी देशों ने कई तरह की पाबंदियाँ लगाई हैं। जवाब में रूस से यूरोप को गैस की सप्लाई पर भी असर पड़ा है। मीडिया के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार, रूस के राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि रूस को अलग-थलग करना असंभव है।