नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच चल रहे युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आज इस युद्ध का 13 वां दिन है और पहले दिन से ही वैश्विक स्तर पर इस जंग का असर दिखने लगा। इसके बाद माना जा रहा है कि शीघ्र ही पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) के दाम 15 रुपये से 20 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ने की संभावना है। इंडियन ऑयल के फॉर्मर इग्ज़क्यूटिव प्रोफेसर सुधीर बिष्ट ने बताया कि रूस पूरे विश्व का 12% कच्चा तेल एक्सपोर्ट करता है और भारत दुनिया भर में पेट्रोल आयात (petrol import) करने वाले देशों में तीसरे नंबर पर है। इसीलिए भारत में तेल की कीमत में बढ़ोतरी होना लगभग तय है।आशंका तो यह भी जताई जा रही है कि आज रात से ही पेट्रोल डीजल के रेट में बड़ा बदलाव हो सकता है।अगर पेट्रोल डीजल के रेट बढ़ते है तो यूरोप में बुरा हाल हो जायेगा क्योंकि वो रूस के तेल और खासकर गैस पर निर्भर है। इस हिसाब से भारत में पेट्रोल की कीमत 10 रुपये से 16 रुपये प्रति लीटर बढ़ सकती है जबकि डीजल 8 से 12 रुपये प्रति लीटर बढ़ सकता है। इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड यानी कच्चे तेल की कीमतें 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है।
यह क्रूड (crude) के लिए करीब 14 साल का हाई level है। दुनियाभर में सप्लाई कम होने और आगे और शॉर्टेज घटने के अंदेशा के चलते क्रूड में जोरदार उछाल देखने को मिला है। इसके चलते अगले 1 महीने में क्रूड ऑयल की कीमतों में और भी तेजी आएगी। बता दें कि पिछले 120 दिनों से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। जबकि इसी दौरान कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से बढ़त हुई है और यह दो महीने के उच्चतम लेवल पर पहुंच गया है। सोमवार के शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले गिरकर 76.92 पर पहुंच गया। इसके बाद एक समय ऐसा भी आया जब 76.96 के निचले स्तर पर पहुंच गया था।