वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने आज अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष-आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में भारत के महत्व के मुद्दों के अलावा वैश्विक और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं के सामने मौजूद कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की। वाशिंगटन में श्रीमती सीतारामन और सुश्री क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर हाल के भूगौलिक तथा राजनीतिक विकास के प्रभाव और इसके कारण ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से जुड़ी चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की।
श्रीमती सीतारामन ने कहा कि भारत में कोविड महामारी के दौरान अच्छे मॉनसून के कारण कृषि उत्पादन को बरकरार रखने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि भारत नई आर्थिक गतिविधियों के युग में प्रवेश कर रहा है जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के कुछ मुद्दों को हल करने में सहायक होगा। सुश्री जॉर्जीवा ने भारत के लचीलेपन की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद दुनिया भर में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश बना हुआ है। उन्होंने आईएमएफ की क्षमता विकास से जुडी गतिविधियों में योगदान के लिए भारत की सराहना की।
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