श्रीलंका में विदेशी कर्ज के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल और विरोध-प्रदर्शनों के बाद कल रात फिर आपातकाल घोषित कर दिया गया। पिछले पांच सप्ताह में यह दूसरा मौका है जब देश में आपातकाल की घोषणा की गई है। राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा, व्यवस्था तथा आवश्यक आपूर्ति और सेवाएं बनाए रखने के लिए आपातकाल की घोषणा की गई है।
देश में आर्थिक संकट को लेकर राष्ट्रपति राजपक्षे सहित पूरी सरकार के इस्तीफे की मांग को लेकर देशभर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। देश में पहली बार आपातकाल की घोषणा पहली अप्रैल को की गई थी। आर्थिक संकट को देखते हुए राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग को लेकर कल दो हजार से अधिक मजदूर संघों ने देशव्यापी हड़ताल की थी।
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