केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार सौर ऊर्जा से चलने वाले इलेक्ट्रिक हाईवे विकसित करने पर काम कर रही है, जिससे हैवी ड्यूटी ट्रकों और बसों को चार्ज करने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार सौर ऊर्जा से संचालित इलेक्ट्रिक हाईवे विकसित करने के लिए कार्यरत हैं इससे लंबी दूरी के वाणिज्यिक ट्रकों और बसों को यात्रा के दौरान चार्ज करने में सुविधा होगी। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नितिन गडकरी ने कल इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स के 19वें इंडो-यूएस इकोनॉमिक सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत, इलेक्ट्रिक दो पहिया और तीन पहिया वाहनों तथा कारों के लिए सबसे बड़ा विद्युत चालित वाहन बाजार बन रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार विद्युत आधारित वाहनों के लिए सौर ऊर्जा तथा पवन ऊर्जा के चार्जिंग तंत्र को लगातार बढ़ावा दे रही है। उन्होंने आगे बताया कि, कारीबन 70 फीसदी माल ढुलाई और लगभग 90 प्रतिशत यात्री सड़क नेटवर्क का उपयोग करते हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में देश में लगभग 91 हजार किलोमीटर का राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क था, जो अब बढ़कर एक लाख 47 हजार किलोमीटर तक पहुंच गया है। मीडिया सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार, नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार 2025 तक राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को 2 लाख किलोमीटर तक बढ़ाने की दिशा में समर्पित भाव से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश से पूरे देश में दस हजार किलोमीटर के 27 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बना रही है।
मीडिया की माने तो, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हम 26 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहे हैं। पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान के शुभारंभ के साथ परियोजनाओं को तेजी से मंजूरी मिलेगी और इससे रसद लागत में कमी आएगी। उन्होंने अमेरिकी निवेशकों को भारत के रसद, रोपवे और केबल कार क्षेत्रों में निवेश करने के लिए भी आमंत्रित किया है।