केन्द्रीय मंत्रिमंडल की रक्षा मामलों की समिति-सीसीएस ने तीन हजार 887 करोड़ रुपये की लागत से वायु सेना के लिए विशेष रूप से बनाए गए 15 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की खरीद को मंजूरी दे दी है। आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक में यह फैसला लिया गया।
रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड-एचएएल द्वारा निर्मित ये हेलीकॉप्टर स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित किए गए हैं। ये अपेक्षित चपलता, गतिशीलता, विस्तारित रेंज, काफी ऊंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता रखते हैं। ये चौबीसों घंटे युद्ध क्षेत्र में और खोजी तथा बचाव अभियान में हर मौसम में उड़ान भर सकते हैं। इसके साथ ही यह दुश्मन की वायु रक्षा क्षमता को भेदने तथा आतंकवाद विरोधी अभियान में भी पूरे दम-खम के साथ काम कर सकते हैं। यह थलसेना को मदद पहुंचाने के साथ-साथ भारतीय सेना की सभी परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने का एक शक्तिशाली माध्यम साबित होंगे।
आत्मानिर्भर भारत अभियान के तहत, भारत रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित की गई उन्नत तकनीक की अपनी क्षमता को लगातार बढा रहा है।
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