हमने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक किसानों की पहुंच को आसान बनाया है-पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘कृषि और सहकारिता’ पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा है कि, पिछले 8-9 वर्षों की तरह इस बार भी बजट में कृषि को बहुत अधिक महत्व दिया गया है। वर्ष 2014 में कृषि बजट 25 हजार करोड़ रुपये से भी कम था, लेकिन आज देश का कृषि बजट 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो गया है। उन्होंने कहा कि, आजादी के बाद लंबे समय तक हमारा कृषि क्षेत्र अभाव के दबाव में रहा। अपनी खाद्य सुरक्षा के लिए हम दुनिया पर निर्भर थे, लेकिन हमारे किसानों ने हमें ना सिर्फ आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि आज उनकी वजह से हम निर्यात करने में भी सक्षम हो गए हैं। उन्होंने बताया कि, हमने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक किसानों की पहुंच को आसान बनाया है। उन्होंने कहा कि, हमने MSP में बढ़ोतरी की, दलहन उत्पादन को बढ़ावा दिया, फूड प्रोसेसिंग करने वाले फूड पार्कों की संख्या बढ़ाई गई। साथ ही खाद्य तेल के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर होने के लिए मिशन मोड में काम चल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि, साथियों, जब तक हम कृषि क्षेत्र से जुड़ी चुनौतियों को दूर नहीं कर लेते, संपूर्ण विकास का लक्ष्य हासिल नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि, इस बार के बजट में एक और महत्वपूर्ण घोषणा हुई है, एग्री टेक स्टार्टअप्स के लिए एक्सेलरेटर फंड की व्यवस्था की गई है। Agri Tech Domain में आज Innovation और Investment की अपर संभावनाएं बन रही हैं। हमारे युवाओं के लिए इस सेक्टर में करने के लिए बहुत कुछ है।

पीएम मोदी ने आगे बताया कि, अपनी सक्रिय भागीदारी से ना केवल वो किसानों की मदद करेंगे बल्कि उन्हें भी आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि, 9 वर्ष पहले देश में एग्री स्टार्टअप्स ना के बराबर थे लेकिन आज इनकी संख्या 3 हजार से ज्यादा है, लेकिन हमें और तेजी से आगे बढ़ना होगा। साथियों, भारत के सहकारिता सेक्टर में भी एक नया revolution हो रहा है। उन्होंने बताया कि, इस बार के बजट में सहकारिता क्षेत्र को टैक्स संबंधित राहतें दी गई हैं जो कि काफी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि, पिछले 8-9 वर्षों में हमारा मत्स्य उत्पादन करीब 70 लाख मीट्रिक टन बढ़ा है जबकि 2014 से पहले इतना ही उत्पादन बढ़ाने में तीन दशक लग गए थे। इसके अतिरिक्त हम प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और केमिकल आधारित खेती को कम करने की दिशा में भी तेजी से काम कर रहे हैं।

News & Image Source : (Twitter) @BJP4India

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