उत्तराखण्ड में इस वर्ष अब तक पांच लाख 72 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारधाम यात्रा की है। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यात्रा के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य है। यदि किसी तीर्थयात्री ने पंजीकरण नहीं कराया है, तो उसे ऋषिकेश से ही वापस भेजा जा रहा है। राज्य सरकार और पुलिस, तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद कर रही है। यात्रियों की बढती संख्या को देखते हुए प्रबंध व्यवस्था भी बढाई गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे डॉक्टर से परामर्श के बाद ही यात्रा करें।
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