
जम्मू-कश्मीर में श्री अमरनाथजी गुफा के निकट बादल फटने की घटना में मारे गए श्रद्धालुओं की संख्या 16 हो गयी है। कई श्रद्धालुओं के मलबे में दबे होने की आशंका है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ तथा राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बल की टीमों सहित कई एजेंसियां बचाव कार्यों में जुटी हैं।
भू स्खलन और चट्टाने खिसकने के बाद श्री अमरनाथ यात्रा पहलगाम और बालतल दोनों मार्गों से अस्थाई रूप से रोक दी गयी है। यात्रा मार्ग में फंसे लगभग 15 हजार श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थलों तक पहुंचाया गया है। जम्मू जिला प्रशासन ने यात्रियों से आज भगवती नगर आधार शिविर नहीं आने का आग्रह किया है और जम्मू में बनाए गए तीस केन्द्रों में ठहरने को कहा है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कल उच्चस्तरीय बैठक में राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की और यात्रा मार्ग से जल्द से जल्द मलबा हटाए जाने के निर्देश दिए। वह श्रीनगर में घायलों से मिलने अस्पताल भी गए।
तीस जून को शुरू हुई वार्षिक अमरनाथ यात्रा श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन के दिन 11 अगस्त हो संपन्न होगी। अब तक एक लाख दस हजार से अधिक श्रद्धालु पावन गुफा के दर्शन कर चुके हैं।
courtesy newsonair