आतंकवाद के लिए फंड जुटाने वाले कश्मीरी कारोबारियों, अलगाववादियों, पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों पर अब और कड़ा शिकंजा कसने जा रहा है। आतंकियों के लिए फंड जुटाना अब आसान नहीं होगा।दो दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर आए गृह मंत्री अमित शाह सुरक्षा एजेंसियों को ऐसे लोगों पर कार्यवाही के लिए पूरी छूट देकर गए हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकी फंडिंग के सभी नेटवर्क ध्वस्त करने को कहा है।
यासिन मलिक और बिट्टा कराटे जैसे लोगों के संपर्क में अभी भी कई संदिग्ध हैं। सूत्रों के अनुसार पिछले साल 3 करोड़ रुपये की भारतीय करंसी बरामद की गई थी। इन सूत्रों का कहना है कि जेल में बंद अलगाववादी नेता मसरत आलम, यासिन मलिक, शब्बीर शाह, बिट्टा कराटे जैसे लोगों के संपर्क में अब भी कई लोग हैं जो इनके इशारों पर देश और विदेश में बैठकर फंड जुटा रहे हैं।
एनआईए और तमाम खुफिया एजेंसियों के पास कुछ लोगों के नाम की सूची भी है, जो सीधे रडार पर हैं इन सब पर जल्द ही कार्यवाही हो सकती है।
कुछ लोग पंजाब की जेलों में भी बंद हैं, जो आतंकियों के लिए फंड जुटा रहे हैं। अमित शाह को सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी जानकारी दी है। ऐसे में गृह मंत्री शाह ने कहा है कि आतंकी फंडिंग के लिए जो जहां भी और जैसे भी काम कर रहा है, उसका पूरा नेटवर्क ध्वस्त कर दें। इसके लिए उन्हें पूरी छूट है।
आतंकियों के लिए ड्रग्स के जरिए भी फंडिंग हो रही है। इसे लेकर भी सख्त कार्यवाही करने की तैयारी है। कुछ पूर्व आतंकियों पर भी सुरक्षा एजेंसियों की नजर है।
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