राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि आँगनवाड़ी केन्द्र बहुआयामी मानवीय सेवा के केन्द्र हैं। आँगनवाड़ी केन्द्रों से जो सेवाएँ दी जा रही है, उससे देश का नव-भविष्य निर्मित होता है। राज्यपाल श्री पटेल शुक्रवार को विदिशा में आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि राष्ट्र के भविष्य की नींव बनाने आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की महती भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कल्याण के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका सहयोग जरूरी है। इसमें आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग महत्वपूर्ण है।
राज्यपाल श्री पटेल ने अनुवांशिक रोगों की रोकथाम के लिए भी आँगनवाड़ी केन्द्रों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यदि केन्द्र में सिकलसेल से पीड़ित बच्चे आते हैं तो उनके अभिभावकों का भी परीक्षण अवश्य कराया जाए। यह बीमारी अनुवांशिक होती है। उन्होंने प्रशिक्षण में बच्चों और गर्भवती माताओं की जाँच-पड़ताल के लिए बताए गए हैं नवाचारों क्रियान्वयन केन्द्रों पर करने की बात कही। राज्यपाल ने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। प्रशिक्षण देने और प्राप्त करने वालों के द्वारा समाज को नई दिशा देने का कार्य किया जा रहा है, जिसका लाभ मिलेगा। उन्होंने आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं से कहा कि जैसे ही किसी महिला के गर्भवती होने की जानकारी प्राप्त होती है, उसकी देखभाल बेहतर ढंग से की जाए, जिससे जन्म लेने वाला बच्चा और माता सुरक्षित और स्वस्थ रहें। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने आँगनवाड़ी पर्यवेक्षक और कार्यकर्ताओं को प्रमाण-पत्र भी वितरित किए गए।
विद्या भारती और सेवा भारती के सहयोग से आयोजित 5 दिवसीय आँगनवाड़ी प्रशिक्षण कार्यक्रम को श्रीमती रेखा चूड़ासमा ने भी संबोधित किया। आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने अनुभव साझा किये। भोपाल कमिश्नर श्री गुलशन बामरा, आईजी श्री इरशाद वली, कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका शुक्ला, जिला पंचायत सीईओ डॉ. योगेश भरसट सहित, आँगनवाड़ी पर्यवेक्षक, कार्यकर्ता मौजूद रहे।