भारत, इस्राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमरीका के समूह आईटूयूटू ने अपनी पहली बैठक में खाद्य सुरक्षा और स्वच्छ ऊर्जा पर जोर दिया है। संयुक्त बयान में समूह के नेताओं ने कहा है कि दीर्घावधि और विविध प्रकार के खाद्यान्न सुरक्षा, खाद्य पदार्थों की आपूर्ति और प्रबंधन में नवाचार पर विचार-विमर्श हुआ। नेताओं ने कहा कि पश्चिम एशिया में खाद्य सुरक्षा के लिए निजी पूंजी निवेश और विशेषज्ञता, ढॉचागत सुविधा और उद्योगों के विकास के लिए न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन तकनीकी अपनाने पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में वैक्सीन की उपलब्धता और सम्पर्क बढ़ाने पर भी बल दिया गया है।
संयुक्त अरब अमीरात, भारत में समन्वित खाद्य पार्क की श्रृंखला विकसित करने के लिए दो अरब डॉलर निवेश करेगा इसमें अत्याधुनिकी तकनीकी का उपयोग किया जायेगा। इस परियोजना में न्यूनतम कचरा, शुद्ध जल संरक्षण और अक्षय ऊर्जा स्रोतों का प्रयोग किया जायेगा। भारत इस परियोजना के लिए समूचित भूमि और सुविधाएं उपलब्ध करायेगा। इन फूड पार्कों से किसानों को भी जोड़ा जायेगा। अमरीका और इस्राइल के विशेषज्ञ नवाचारी उपायों से इस परियोजना को समृद्ध करेंगे। इससे दक्षिण एशिया और पश्चिम एशिया में फसलों की अधिकतम उत्पादकता और खाद्य सुरक्षा बढ़ेगी।
आईटूयूटू समूह गुजरात में तीन सौ मेगावाट की पवन और सौर ऊर्जा की हाइब्रिड ऊर्जा परियोजना में निवेश करेगा। अमरीका की व्यापार और विकास एजेंसी ने इस बारे में तीन सौ तैतींस करोड़ डॉलर की सहायता दी है। इस्राइल और अमरीका, संयुक्त अरब अमीरात और भारत के प्राइवेट सैक्टर को प्रोत्साहन देंगे। भारतीय कम्पनियां इस परियोजना में अत्यधिक रूचि दिखा रही है इससे भारत 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन से पांच सौ गीगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य हासिल कर पायेगा।
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