आज अंतरराष्ट्रीय शांति रक्षक दिवस है। पूरा विश्व इस दिवस पर सुरक्षा, शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में शांति रक्षकों की भूमिका के प्रति आभार व्यक्त करता है। 1948 के बाद से 72 संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों में दस लाख से अधिक शांति रक्षकों ने भाग लिया है। इस वर्ष की थीम है – जनता. शांति और प्रगति : साझीदारी की शक्ति।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 1960 में भारत ने कॉंगो में डॉक्टर और नर्सों की टीम भेजी थी। इसके बाद 2008 में लाइबेरिया के लिए महिला शांति रक्षकों की टीम भेजी गई।
भारत में संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक शॉम्बी शार्प ने शांति रक्षा अभियानों में भारत की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि गहन लोकतांत्रिक आदर्श और मूल्य ही भारत की शक्ति का स्रोत है। श्री शार्प ने दक्षिण सूडान में भारतीय शांति रक्षकों के उत्कृष्ट योगदान का उल्लेख किया। शांति रक्षा अभियान में अनुकरणीय साहस के लिए एक भारतीय महिला अधिकारी को सर्वाधिक प्रतिष्ठित पदक से सम्मानित किया गया था। संयुक्त राष्ट्र वैश्विक शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के एक सशक्त माध्यम के रूप में शांति रक्षा सेना का उपयोग करता है।