प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान’ पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा है कि, आज का ये बजट वेबिनार भारत के करोड़ों लोगों के हुनर और उनके कौशल को समर्पित है। कौशल जैसे क्षेत्र में हम जितना specific होंगे, जितनी targeted approach होगी… उतने ही बेहतर परिणाम मिलेंगे। पीएम-विश्वकर्मा योजना उसी सोच का नतीजा है। उन्होंने कहा कि, आजादी के बाद हमारे कारीगरों को सरकार से जो intervention की आवश्यकता थी… बहुत ही सुगढ़ तरीके से intervention की आवश्यकता थी वो नहीं मिल पाई। आज कई लोग अपना पुश्तैनी और पारंपरिक व्यवसाय छोड़ रहे हैं। हम इस वर्ग को ऐसे ही अपने हाल पर नहीं छोड़ सकते। उन्होंने बताया कि, हमारे गांवों और शहरों में विभिन कारीगर हैं जो अपने हाथ के कौशल से औजार का उपयोग करते हुए जीवन यापन करते हैं। पीएम-विश्वकर्मा योजना का फोकस ऐसे ही एक बहुत बड़े और बिखरे हुए समुदाय की तरफ है। उन्होंने आगे कहा कि, हमने छोटे दुकानदारों और रेहड़ी-पटरी वालों के लिए पीएम-स्वनिधि योजना बनाई… इसका उन्हें लाभ मिला, पीएम-विश्वकर्मा योजना से करोड़ों लोगों की बड़ी मदद होने जा रही है। हर विश्वकर्मा साथी को आसानी से लोन मिले, उनका कौशल बढ़े… यह सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि, पीएम-विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की समृद्ध परंपरा को संरक्षित तो करना ही करना है… उसका बहुत विकास भी करना है। अब हमें skill infrastructure system को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार नए सिरे से तैयार करने की जरुरत है।
News & Image Source : (Twitter) @BJP4India
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