उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पूरे जोरशोर से जारी है। अब तक तीन लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। राज्य सरकार और जिला प्रशासन यात्रा की व्यवस्थाओं पर लगातार नजर रखे हुए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने तीर्थयात्रियों से यात्रा के लिए पंजीकरण कराने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने, शारीरिक रूप से अस्वस्थ भक्तों से अपील की है कि वे डॉक्टर से सलाह लेकर ही यात्रा करें। उत्तराखंड में 3 मई को चारधाम यात्रा की शुरुआत के बाद से, दिल का दौरा पडने, उच्च रक्तचाप या अन्य घातक बिमारियों के कारण तीस से अधिक तीर्थयात्रियों की रास्ते में ही मृत्यु हो गई।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर चारधाम यात्रा के प्रवेश और पंजीकरण स्थल पर स्वास्थ्य जांच की सुविधा शुरू कर दी है। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। उत्तराखंड में चार प्रसिद्ध हिमालयी मंदिरों के लिए चारधाम यात्रा 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के उद्घाटन के साथ शुरू हुई। प्रसिद्ध भगवान शिव मंदिर, केदारनाथ के कपाट 6 मई और बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को जनता के लिए खोल दिए गए।
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