महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पाठ पर खड़ा विवाद अब पूरी तरह से राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी और उन्होंने तीखे अंदाज में भाजपा को नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि अगर हनुमान चालीसा का पाठ करना है तो घर आकर कीजिए लेकिन दादागिरी नहीं चलेगी।
सीएम ठाकरे द्वारा हनुमान चालीसा विवाद के बीच विपक्षियों पर हमला बोलते हुए कहा कि घर आना है तो आओ, अगर अपने घर पर हनुमान चालीसा पढ़ने की आदत नहीं है और मेरे घर आकर पढ़ना चाहते हैं तो आइए लेकिन इसका एक तरीका होता है। उन्होंने कहा कि दादागिरी नहीं चलेगी। हमें बाला साहेब ठाकरे ने सिखाया है कि दादागिरी को कैसे तोड़ना है।
उन्होंने कहा कि हर काम का एक तरीका होता है। दिवाली हो या दशहरा या फिर कोई अन्य त्योहार साधु महात्मा हमारे घर आते रहते हैं। जब बालासाहेब जिंदा थे, मां साहेब जिंदा थीं वे तब भी आते थे और आज भी आते हैं लेकिन जब भी कोई आता है तो ठीक प्रकार से सूचना देता है उन्होंने कहा कि अगर आप मेरे घर आना चाहते हैं तो आइए। आपका सत्कार होगा लेकिन अगर दादागिरी के साथ आ रहे हैं तो शिवसेना प्रमुख ने हिंदुत्व के पाठ में हमें यह भी सिखाया है कि दादागिरी कैसे निकाली जाती है।