शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अब समय आ गया है कि निर्वाचन आयोग ‘राइट टू रिकॉल’ व्यवस्था लागू करे। एक बयान में श्री ठाकरे ने कहा कि अगर मतदाता अपने चुने हुए प्रतिनिधियों से खुश नहीं हैं तो उनके पास उन्हें वापस बुलाने का मौका होना चाहिए। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब श्री ठाकरे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि उनकी पार्टी के दो-तिहाई से अधिक विधायकों ने पार्टी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में एक अलग गुट बना लिया । श्री शिंदे के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर श्री ठाकरे ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आया कि आखिर इस पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी को क्या हासिल हुआ। श्री ठाकरे ने कहा कि प्रदेशवासी इस बात से नाखुश हैं कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के पुत्र को ही मुख्यमंत्री के पद से हटने पर मजबूर किया गया।
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