गोरखपुर में प्रधान डाकघर समेत जिले के चार उप डाकघरों में लोगों के खातों से 76 लाख रुपए का गबन पकड़ा गया है। मीडिया की माने तो, एक साल तक चली विभागीय जांच में 33 कर्मचारियों को दोषी पाया गया है। इसमें डाक सहायक पद पर तैनात 8 कर्मचारियों को विभाग ने मुख्य दोषी माना है। जबकि, पांच को सहदोषी और 20 कर्मचारियों को सहायक दोषी मानते हुए सभी के खिलाफ चार्जशीट जारी की गई है।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रधान डाकघर समेत जिले के चार उप डाकघरों में लोगों के खातों से 76 लाख रुपये का गबन पकड़ा गया है। एक साल तक चली विभागीय जांच में 33 कर्मचारियों को दोषी पाया गया है। इसमें डाक सहायक पद पर तैनात आठ कर्मचारियों को विभाग ने मुख्य दोषी माना है। जबकि, पांच को सहदोषी और 20 कर्मचारियों को सहायक दोषी मानते हुए सभी के खिलाफ चार्जशीट जारी की गई है और अगली कार्रवाई की संस्तुति की गई है। मीडिया सूत्रों की माने तो, जांच में यह बात सामने आई कि प्रधान डाकघर में कार्यरत कर्मचारी के पिता का निधन वर्ष 2018 में हो गया था। बाद में उसकी मां का भी निधन हो गया। मां ही नामिनी थी। ऐसे में मां की मौत की जानकारी छिपाकर उसने पिता के पेंशन खाता संख्या 3473656309 को 12 मई 2020 को प्रधान डाकघर में स्थानांतरित करा लिया। तत्कालीन पोस्टमास्टर व सिस्टम मैनेजर के सहयोग से खाते को सक्रिय कराकर उसमें अपना नाम भी जुड़वा लिया। इतना ही नहीं खाते पर एटीएम कार्ड जारी करा लिया। डाककर्मी हर महीने विड्राल फार्म व एटीएम कार्ड के माध्यम से पेंशन निकालता रहा। जब मामला पकड़ में आया तो अफसरों ने पूछताछ भी की, लेकिन वह अपनी करतूत से मुकरता रहा।
#dailyaawaz #newswebsite #news #newsupdate #hindinews #breakingnews #headlines #headline #newsblog #hindisamachar #latestnewsinhindi
Hindi news, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें