मीडिया सूत्रों में आई खबर के अनुसार, 78 दिनों तक धूल नियंत्रण न करने पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यूपी मेट्रो रेल पर बड़ी कार्रवाई की है और 14 सितंबर से 30 नवंबर, 2021 तक की अवधि के बीच प्रदूषण फैलाने पर 29.25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
आगरा में ताजमहल के पास पीएसी मैदान में मेट्रो शेड बनाने के काम के दौरान और फतेहाबाद रोड पर निर्माण कार्य में प्रदूषण नियंत्रण न करने पर यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन पर 29.25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से मेट्रो रेल कॉरपोरेशन पर वायु प्रदूषण के लिए यह जुर्माना लगाया है।
बीते साल 14 सितंबर से 30 नवंबर के बीच मेट्रो शेड के निरीक्षण में धूल नियंत्रण के उपाय न मिलने पर यह कार्रवाई की गई है। इससे पहले जलनिगम पर 37.50 लाख रुपये और नेशनल हाईवे अथॉरिटी पर 6.71 करोड़ रुपये का जुर्माना प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगा चुका है।
मीडिया सूत्रों की माने तो, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का आरोप है कि यूपी मेट्रो ने लगातार 78 दिनों तक पर्यावरण को क्षति पहुंचाया है। खबर है कि बार-बार चेतावनी के बावजूद यूपी मेट्रो की तरफ से कोई उपाय नहीं किया गया जिसके बाद जुर्माने की यह कार्रवाई की गई है. हर दिन के लिए 37,500 रुपये की पर्यावरण क्षतिपूर्ति लगाई गई है. मीडिया के अनुसार, इसके पूर्व में प्रदूषण को लेकर एनएचएआई पर भी 6 करोड़ का जुर्माना लगाया गया था।
आगरा. ताज नगरी आगरा में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की वजह से यूपी मेट्रो पर प्रदूषण बोर्ड ने भारी भरकम जुर्माना लगाया गया है। कई चेतावनी के बाद भी जब यूपी मेट्रो ने धूल नियंत्रण के उपाय नहीं किए तब यह सख्त कार्रवाई प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने की है।