मध्यप्रदेश के बुजुर्गों को मान-सम्मान देने और उन्हें तीर्थ-यात्रा कराने वाली महत्वाकांक्षी “मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन” योजना का मंगलवार से पुन: आगाज हो रहा है। इस सत्र की पहली तीर्थ-दर्शन ट्रेन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से भोपाल-सागर से काशी (वाराणसी) रवाना होगी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान होंगे। अध्यक्षता पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर करेंगी। विशिष्ट अतिथि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री और प्रभारी भोपाल जिला श्री भूपेन्द्र सिंह और चिकित्सा शिक्षा, गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री श्री विश्वास सारंग होंगे।
पहली तीर्थ-दर्शन यात्रा में भोपाल और सागर संभाग के 974 यात्री शामिल हो रहे हैं। ये सभी तीर्थ-यात्री काशी विश्वनाथ के दर्शन और स्थानीय धार्मिक स्थलों का भ्रमण भी करेंगे। इस यात्रा में सभी बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधाओं के साथ उनके खान-पान और रहने आदि की व्यवस्थाएँ भी सुनिश्चित की गई हैं।
इस पहली तीर्थ-यात्रा में संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री सुश्री उषा ठाकुर भी तीर्थ-यात्रियों के साथ जाएंगी। तीर्थ-यात्रियों को वाराणसी में भगवान विश्वनाथ के दर्शन के साथ संत रविदास और संत कबीर दास के जन्म-स्थल के दर्शन भी करवाए जाएंगे। साथ ही यात्रा से लौटते समय भगवान विश्वनाथ का स्मृति-चिन्ह भेंट किया जाएगा। तीर्थ-यात्रियों की वापसी 22 अप्रैल को होगी। तीर्थ-यात्रा के दौरान ट्रेन में भजन मंडली भी रहेगी।
यात्रा के दौरान तीर्थ-यात्रियों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर तीर्थ-यात्रियों को तुलसी की माला पहनाकर ढोल-नगाड़ों से स्वागत किया जाएगा। स्टेशन पर स्वल्पाहार की व्यवस्था भी रहेगी। फूलों से सजी ट्रेन में यात्रियों के भोजन, नाश्ता, चाय के साथ गंतव्य पर रूकने और बसों द्वारा आने-जाने की व्यवस्था भी की गई है। ट्रेन में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए एक शासकीय डॉक्टर और सुरक्षाकर्मी भी उपलब्ध रहेंगे।