केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज नवी मुंबई के खारघर में आयुष भवन परिसर का उद्धाटन किया। इस अवसर पर श्री सोनोवाल ने कहा कि भारत की पारम्परिक चिकित्सा कई पद्धति सदियों से कारगर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिकित्सा की इस पारम्परिक पद्धति के लाभों को आधुनिक चिकित्सा पद्धति के साथ मिलाने के विचार को आगे बढ़ाया है । केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य क्षेत्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान और क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान को एलर्जिक विकारों और रेजिमेंटल थैरेपी के उत्कृष्टता केंद्रों के रूप में स्थापित करना है । इन संस्थानों में बाल रोग, जरारोग और सामान्य रोगियों के लिए परामर्श, दवाएं, रुधिरविज्ञान और जैव रसायन प्रयोगशाला जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी । केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आयुष मंत्रालय बेहतर रोगियों की बेहतर देखभाल के लिए पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रहा है।
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