मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने बुधवार को सुजलम भारत ऐप लॉन्च किया। यह एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल है जिसका उद्देश्य नागरिकों और संस्थानों दोनों को व्यापक, वास्तविक समय की जानकारी उपलब्ध कराकर ग्रामीण पेयजल प्रबंधन में परिवर्ततन लाना है। यह ऐप भास्करचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग एवं भू-सूचना विज्ञान संस्थान (बीआईएसएजी-एन) के सहयोग से विकसित किया गया है ताकि जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्रामीण जल आपूर्ति अवसंरचना की उन्नत भू-संदर्भन, निगरानी और प्रबंधन को सक्षम बनाया जा सके। केंद्रीय मंत्री ने इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह जल जीवन मिशन के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण शुरुआत है, जो ग्रामीण पेयजल आपूर्ति प्रणालियों में अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करने और सामुदायिक स्वामित्व को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ी पहल है। डीडीडब्ल्यूएस के सचिव अशोक के.के. मीना ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों को संबोधित किया और समय पर डेटा एकीकरण और सुजलाम भारत प्लेटफॉर्म को व्यवस्थित रूप से अपनाने के महत्व को चिन्हित किया। टीपी सिंह, महानिदेशक, बीआईएसएजी-एन ने सुजलाम भारत ऐप और सुजलाम भारत डेटाबेस की तकनीकी संरचना का संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होंने यह भी बताया कि एकीकृत प्रणाली किस प्रकार राज्यों और जिलों को ग्रामीण जल आपूर्ति योजनाओं के डिजिटल संचालन और रखरखाव के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाने में मदद करेगी। इस कार्यक्रम में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया, जिससे जल प्रशासन को मजबूत करने की राष्ट्रव्यापी प्रतिबद्धता को बल मिला। यह सुजलम भारत डेटाबेस को क्रियान्वित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रत्येक योजना और उसके सेवा क्षेत्र को एक विशिष्ट सुजलम भारत – सुजल गांव आईडी आवंटित की जाएगी, जिससे यह स्पष्ट रूप से पहचाना जा सकेगा कि कौन सी योजना किन घरों को पानी की आपूर्ति कर रही है।
मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, लॉन्च के बाद, बीआईएसएजी-एन की तकनीकी टीम द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एक विस्तृत प्रशिक्षण और अभिविन्यास सत्र आयोजित किया गया, जिसमें सुजलाम भारत ऐप के परिचालन उपयोग, भू-संदर्भण प्रक्रियाओं और सुजलाम भारत प्लेटफॉर्म पर ग्रामीण जल आपूर्ति संपत्तियों के एकीकरण पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस सत्र ने यह सुनिश्चित किया कि राज्य के अधिकारियों को नई प्रणाली को सुचारू रूप से अपनाने और जमीनी स्तर पर इसके कार्यान्वयन को मजबूत करने के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन प्राप्त हो। सुजलम भारत डेटाबेस जल स्रोतों, परिसंपत्ति सूची, योजना डिजाइन, परिचालन रिकॉर्ड, जल गुणवत्ता रिपोर्ट, आपूर्ति मापदंड और सामुदायिक प्रतिक्रिया सहित महत्वपूर्ण डेटा को एक ही प्लेटफॉर्म पर एकीकृत करता है। यह मंच ग्राम पंचायतों/ग्राम एवं महिला एवं बाल विकास परिषदों और सेवा प्रदाताओं के प्रदर्शन में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा, जिससे सामुदायिक भागीदारी और निगरानी को बढ़ावा मिलेगा।
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