मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार डाय-अमोनियम फॉस्फेट- डीएपी उर्वरक की उपलब्धता बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।
रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार राज्यों , रेलवे और उर्वरक कंपनियों के साथ तालमेल बनाए हुए है। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर में, 17 लाख टन से अधिक आयातित डीएपी राज्यों को उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा, घरेलू उत्पादन के ज़रिए लगभग साढ़े छह लाख टन उर्वरक राज्यों को उपलब्ध कराए गए हैं।
मौजूदा रबी फसलों के लिए अब तक 34 लाख 81 हज़ार मीट्रिक टन डी.ए.पी. और 55 लाख मीट्रिक टन से अधिक नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाशियम और सल्फर उर्वरकों की आपूर्ति की जा चुकी है।
मंत्रालय के अनुसार, भू-राजनीतिक कारणों से डीएपी की आपूर्ति प्रभावित हुई है। राज्यों की उर्वरक मांग पूरी करने के लिए देश आयातित डीएपी उर्वरक पर निर्भर है।
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News & Image Source: newsonair.gov.in