आज मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है। ओमिक्रॉन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गम्भीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं, ये यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं। उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि कोरोना संक्रमण व महंगाई पर टीम भावना के साथ काम करें। उन्होंने राज्यों से तेल पर टैक्स घटाने की अपील की है। पीएम मोदी ने आज देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों के विषय में भी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा, बीते 2 वर्षों में कोरोना के विषय में ये हमारी 24वीं मीटिंग है। कोरोनाकाल में जिस तरह केंद्र सरकार और राज्यों की सरकारों ने मिलकर काम किया, उसने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है।
पीएम मोदी ने कहा, हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ नेशनल और ग्लोबल स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। उनके सुझावों पर हमें सामूहिक दृष्टिकोण के साथ काम करना होगा। कोविड-19 के संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता पहले भी थी, और आज भी यही रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘केंद्र और राज्यों के संयुक्त प्रयासों से ही स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है,’ उन्होंने कहा कि समन्वय अब अधिक महत्वपूर्ण है, खासकर जब दुनिया युद्ध की स्थिति को देख रही है.’ साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि जिस परिस्थिति से दुनिया गुजर रही है, वैसी स्थिति में हमें सहकारी संघवाद की भावनाओं को बढ़ाने की आवश्यकता है।
एक उदाहरण का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने ईंधन पर करों में कमी की और कुछ राज्यों ने इसका पालन किया, लेकिन कुछ ने नहीं किया। इस वजह से उन राज्यों में ईंधन की कीमतें ज्यादा हैं, जिसका असर राज्यों के लोगों पर पड़ रहा है। मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं बल्कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, झारखंड, तमिलनाडु से अनुरोध करता हूं कि अब वैट कम करें और लोगों को लाभ दें। साथ ही पीएम ने यह भी कहा, ‘मैं आपसे अपने लोगों के कल्याण के लिए अपील कर रहा हूं, राष्ट्रीय हित में, कृपया अपने लोगों के लाभ के लिए वैट कम करें।