मध्यप्रदेश के गुना जिले में शिकारियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ की घटना में अशोकनगर जिले के निवासी शहीद हुए पुलिस उप निरीक्षक श्री राजकुमार जाटव का शनिवार को अशोकनगर के पठार मुक्ति धाम पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर देकर खुले वाहन में शव यात्रा का शहर भ्रमण कराकर श्मशान घाट ले जाई गई। इस दौरान शहरवासियों द्वारा शहीद हुए उप निरीक्षक को नम आंखो से पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
साथ ही अंतिम यात्रा में शहीद राजकुमार अमर रहे तथा भारत माता की जय के नारो के साथ पूरा शहर गुजायमान हुआ। शहीद उप निरीक्षक को मुक्ति धाम स्थल पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद की अर्थी को दिया कंधा गुना जिले में पुलिस उप निरीक्षक के पद पर पदस्थ रहे राजकुमार जाटव सहित तीन पुलिस कर्मियों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शिकारियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेंड में अपने प्राणों की आहूति दे दी । शहीद की अंतिम यात्रा में उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा शहीद की अर्थी को कंधा दिया गया। इस मौके पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्यमंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव,अशोकनगर विधायक श्री जजपाल सिंह जज्जी,एडीजी भोपाल श्री विजय कटारिया,कलेक्टर श्रीमती आर.उमामहेश्वरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप पटेल सहित प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, आमजन तथा परिजनों द्वारा पुष्पचक्र अर्पित कर अंतिम विदाई दी गई। शहीद के डेढ़ वर्षीय पुत्र दीप ने अपने शहीद पिता को मुखाग्नि दी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि घटना में शहादत देने वाले तीनों पुलिस के साथी सब इंस्पेक्टर श्री राजकुमार जाटव, आरक्षक श्री नीरज भार्गव और आरक्षक श्री संतराम की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी। इन्होंने कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने जीवन को न्यौछावर किया है। उन्हें शहीद का दर्जा दिया गया है। परिजन को एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी। साथ ही तीनों के परिवार के एक – एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जाएगा।