जम्मू-कश्मीर के लोगों को चौबीस घंटे बिजली की आपूर्ति के लिए इस वर्ष मार्च तक एक वर्ष में पारेषण क्षमता में लगभग एक हजार 900 एमवीए वृद्धि के साथ 11 हजार 16 हो गई है। 31 मार्च, 2021 को कुल पारेषण क्षमता नौ हजार 153 एमवीए थी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर पिछले 70 वर्षों में केवल तीन हजार 500 मेगावाट बिजली पैदा करने में सक्षम था, लेकिन अब इस केंद्रशासित प्रदेश में बिजली उत्पादन क्षमता अगले तीन वर्षों में दोगुनी और सात वर्षों में तीन गुणा हो जाएगी।
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