केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में श्री अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होगी। 43 दिन की यात्रा के दौरान कोविड संबंधी सभी नियमों का पालन किया जाएगा। यात्रा परम्परागत रूप में 11 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा यानी रक्षाबंधन के दिन सम्पन्न होगी। यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 11 अप्रैल से शुरू होंगे।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अधिकारियों से अमरनाथजी यात्रा के सुचारू संचालन के लिए विस्तृत व्यवस्था सुनिश्चित करने का आह्वान किया है क्योंकि इस वर्ष बड़ी संख्या में भगवान शिव के भक्तों के आने और पवित्र गुफा में दर्शन करने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार तीर्थयात्रियों के लिए आरएफआईडी प्रणाली शुरू कर रही है ताकि उनकी मंगलमयी यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पवित्र गुफा मंदिर के रास्ते में उनकी गतिविधियों पर नज़र रखी जा सके। उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों और एजेंसियों के बीच तालमेल प्राप्त करने के लिए नवीनतम तकनीकी उपायों के उपयोग के अलावा सभी आने वाले भक्तों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने और दूरसंचार सेवाओं को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष की अमरनाथजी यात्रा के लिए आवास की क्षमता में वृद्धि, नए यात्री निवास भवन, हेली सेवाएं, संवर्धित स्वास्थ्य सुविधाओं और कई अन्य अनूठी पहलों के साथ आने वाले यात्रियों के लाभ के लिए महत्वपूर्ण तैयारी पहले ही की जा चुकी है। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने यह भी निर्णय लिया कि आगामी यात्रा अनंतनाग जिले के पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले के बालतल दोनों से एक साथ शुरू की जाएगी।
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