प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत ड्रोन, हरित ऊर्जा और अंतरिक्ष सहित सभी क्षेत्रों में नवाचार का समर्थन करता है। ब्रिक्स व्यापार फोरम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि इस वर्ष भारत की विकास दर सात दशमलव पांच प्रतिशत होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक भारत का डिजिटल क्षेत्र एक ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो जाएगा। भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि देश की राष्ट्रीय आधारभूत पाइपलाइन के अंतर्गत डेढ ट्रिलियन अमरीकी डॉलर निवेश की संभावना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की सफलता का आधार नवाचार और स्टार्टअप्स के साथ-साथ प्रौद्योगिकी का विकास भी है। उनहोंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भी सरकार ने लोगों के दैनिक जीवन को बेहतर और सरल बनाने का भरपूर प्रयास किया। प्रधानमंत्री गतिशक्ति कार्यक्रम के जरिये आधारभूत संरचना को तैयार करने और डिजिटल सुधार तथा डिजिटल अर्थव्यवस्था के निर्माण का कार्य पूरा किया गया। श्री मोदी ने कहा कि महामारी से उत्पन्न आर्थिक समस्याओं से निपटने के लिए भारत ने सुधार कार्य और परिवर्तन जैसे तरीकों का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि यह भारत की आर्थिक सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा कि नए भारत के सभी क्षत्रों में परिवर्तन की लहर देखी जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिक्स संगठन की स्थापना इस विश्वास के साथ की गई थी कि ये समूह वैश्विक आर्थिक विकास का इंजन होगा। उन्होंने कहा कि आज जब पूरा विश्व कोविड के बाद की स्थिति को बेहतर बनाने पर अपना ध्यान लगाये हुए है, ऐसी स्थिति में ब्रिक्स में शामिल देशों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होगी।
courtesy newsonair